Jokes for joke: 1508
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#1508 | Haryanvi (हरियाणवी)
एक ने सार्वजनिक स्थान पर भैंस बांधने के लिये खूंटा गाड़ रखा था।
अन्य चौधरियों ने खूंटा उखाड़ने का अनुरोध किया किन्तु जाट ने बात नहीं मानी। अन्त में पन्चायत बुलायी गयी।पंचों ने जाट से कहा – तूने खूंटा गलत जगह गाड़ रखा है।
जाट –
मानता हूँ भाई।
पंच – खूंटा यहाँ नहीं गाड़ना चाहिए था। जाट – माना भाई।
पंच – खूंटे से टकरा कर बच्चों को चोट लग सकती है।
जाट – मानता हूं।
पंच – भैंस सार्वजनिक स्थान पर गोबर करती है, गन्दगी फैलती है।
जाट – मानता हूं।
पंच – भैंस बच्चों को सींग पूंछ भी मार देती है।
जाट – मानता हूं,
मैंने तुम्हारी सभी बातें मानी। अब पंच लोगों मेरी एक ही बात मान लो।
पंच – बताओ अपनी बात!!!
जाट – खूंटा यहीं गड़ेगा ।।
अन्य चौधरियों ने खूंटा उखाड़ने का अनुरोध किया किन्तु जाट ने बात नहीं मानी। अन्त में पन्चायत बुलायी गयी।पंचों ने जाट से कहा – तूने खूंटा गलत जगह गाड़ रखा है।
जाट –
मानता हूँ भाई।
पंच – खूंटा यहाँ नहीं गाड़ना चाहिए था। जाट – माना भाई।
पंच – खूंटे से टकरा कर बच्चों को चोट लग सकती है।
जाट – मानता हूं।
पंच – भैंस सार्वजनिक स्थान पर गोबर करती है, गन्दगी फैलती है।
जाट – मानता हूं।
पंच – भैंस बच्चों को सींग पूंछ भी मार देती है।
जाट – मानता हूं,
मैंने तुम्हारी सभी बातें मानी। अब पंच लोगों मेरी एक ही बात मान लो।
पंच – बताओ अपनी बात!!!
जाट – खूंटा यहीं गड़ेगा ।।
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