बेसब्री से कर रहे थे जिस पल का इंतजार
वह पर ले आया है खुशियों का उपहार
बस्स कुछ दिन बाद ही गूंजेंगी किलवारी
महका देंगा जब वह घर में फुलवारी
महसूस कर रही है मां उसके एहसास को
मन को गद-गद कर देने वाली प्यार भरी आहट को
इमली कैरी खाने ललचा रहा है मन
लुभा रहा है अच्छे पकवानों से यह मन
बेटा हुआ तो करेगा हमारे वंश को दिपायमान
बेटी हुई तो बढ़ाएगी दो कुलों की शान
बेटा हो या बेटी रहे बस्स स्वस्थ
तन और मन से रह वह मस्त
द्वार हमारे आई हैं खुशियां ही खुशियां
आप सभी को ढेर सारी बधाइयां बधाइयां।।