Poem On Kite in Theme Poetry - Posts - PartyStuff

Poem On Kite

Sun February 3, 2013 by Kunal Bansal
po852
मेरी छोटी-सी पतंग
उड़ती चली हवा के संग
इसके इंद्रधनुष से रंग
सारे बच्चे रह गये दंग
सर सर सर सर उड़ी पतंग
फर फर फर फर उड़ी पतंग
इसको काटा उसको काटा
खूब किया फिर सैर सपाटा
उड़ती-उड़ती लड़ी पतंग
अर्रर मेरी कटी पतंग !
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category: Theme Poetry
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