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Poem On Rakhi

Thu February 1, 2018 by Kunal Bansal
po2676
हर सावन में आती राखी
बहना से मिलवाती राखी

चाँद सितारों की चमकीली
कलाई को कर जाती राखी

जो भूले से भी ना भूले
मनभावन क्षण लाती राखी
अटूट-प्रेम का भाव धागे से
हर घर में बिखराती राखी

सारे जग की मूल्यवान
चीजों से बढकर भाती राखी

सदा बहन की रक्षा करना
भाई को बतलाती राखी
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category: Theme Poetry
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